मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
सबले ना सही,
कोनो ले तो बढ़िया आंव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
सहीं-सहीं बतावंव मैंय तोला,
नवनीत चन्द्रवंशी कइथें मोला ।
दाई-ददा मन धरे हें येला,
बड़ सुग्घर मोर नांव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
अलवा-जलवा गवइया,
चटनी बासी खवईया ।
परकोम के रहवइया,
नदिया तीर मोर गाँव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
खेती करंव, हरंव किसान,
संग म कम्पुटर सरबिस दुकान ।
पइसा बर मैंय नई हलाकान,
कऊँवा जस करंव नहीं कांव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
कखरो बर मैंय नई जरंव,
दूसर करंय, मैंय नई करंव ।
गवइंहा मैंय आदमी हरंव,
गाँव के संगवारी तांव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
सबले ना सही,
कोनो ले तो बढ़िया आंव ।
मैंय छत्तीसगढ़िया आंव !
_ नवनीत चन्द्रवंशी 'नव'
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