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आप मन सुनथव कार्यक्रम गाँव के संगवारी......... अऊ आप सबो झन तो जानतेच हव के ये कार्यक्रम कईसन कार्यक्रम रथे- ये हमर कार्यक्रम जेन हे ये ऐसन कार्यक्रम आय जेन में अपन छत्तीसगढ़ी आज के ये कार्यक्रम मा आप मन ला सुनाबो

Friday, 19 August 2022

ना जाने क्यूँ उदास हूँ / नवनीत चंद्रवंशी

ना जाने क्यूँ उदास हूँ, 
नहीं पता किस से नाराज़ हूँ ।
ज़िंदगी बेज़ान लगने लगी है, 
आवाज़ नहीं, वो टूटा साज़ हूँ ।
ना जाने क्यूँ उदास हूँ...!!

ज़िन्दगी आज़माती है, 
तो सीखाती भी है ।
उठाती है, तो गिराती भी है ।
गिरा तो मैं भी इन राहों में,
इनसे कहाँ आज़ाद हूँ ।
ना जाने क्यूँ उदास हूँ...!!

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