chhatisghariya

आप मन सुनथव कार्यक्रम गाँव के संगवारी......... अऊ आप सबो झन तो जानतेच हव के ये कार्यक्रम कईसन कार्यक्रम रथे- ये हमर कार्यक्रम जेन हे ये ऐसन कार्यक्रम आय जेन में अपन छत्तीसगढ़ी आज के ये कार्यक्रम मा आप मन ला सुनाबो

Tuesday, 9 August 2022

छत्तीसगढ़िया, मैंय छत्तीसगढ़िया / नवनीत चंद्रवंशी

 

| छत्तीसगढ़िया, मैंय छत्तीसगढ़िया |  छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया |

 

आप जम्मो संगवारी मन ला जय जोहार ! हमर सबो छत्तीसगढ़िया मन बर, जेन हा छत्तीसगढ़ म रईथे छत्तीसगढ़ी बोली - भाखा म गोठ-बात करथें, जानथें, समझथें अऊ समझाथें ओखर मन बर ये वेबसाइट आय ! अऊ जेन हा छत्तीसगढ़ म रईके भी छत्तीसगढ़ी  गोठियाय ला नई जानय नई तो अइसना कहन कि जेन  ला गोठियाहे म लाज लागथे उखरो मन बर घलो ई वेबसाइट हर हरे, काबर उक्खर लजाई दूर करना हे ना ! ये वेबसाइट ला बनाये के मोर उद्देश्य हे कि मोर छत्तीसढ़ी भाखा ला आगे बढ़ाना हे, एखर प्रति रूचि जागृत करना हे ! काबर कि हमर देश में जम्मो राज्य मन के अलग-अलग बोली-भाखा आय, अऊ ऊंहा के रह्वईया मन अपन बोली-भाखा मा गोठियाहे बर नई लजावयं, फेर हमर छत्तीसगढ़िया भैया-बहिनी मन ला देखव गा हमर छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ी बोली-भाखा गोठीयाये बर लजाथें/ शर्मिंदा महसूस करथें कि कोई हमला देहाती झन बोलय कहिके ! काबर कि ये मन शहर म रईथें ! बस गाँव के मन हा अभी तक हमर बोली-भाखा ला बचाके रखे हें जी, फेर वोहू मन कब तक बचाके रख पाहीं, ओखरो लईका मन पढ़थें -लिखथें,  शहर जाथें अऊ शहरी कस बन जाथें ! गाँव में भी छत्तीसगढ़ी गोठियई कम होत जाथे ! पहिली तो छत्तीसगढ़ी संग हिंदी चलत रहिस अब तो हिंदी के संग-संग अंगरेजी घलो मिलाके गोठियाथें ! अइसनेच में तो हमर छत्तीसगढ़ी नंदावत हे ! ता एला नंदाय ले बचाये बर ई मोर पहल हे !

 

 मैंय चाहथँव कि हमर भाखा ला पूरा देश-विदेश जानय कि ये छत्तीसगढ़ी भाखा आय ! इखरे बर मोर प्रयास हे कि जेन ला मैंय जानथव, ओला मोर छत्तीसगढ़ के भैया-बहिनी मन घलो जानय काबर कि ज्ञान बांटे ले बढ़ते कम नई होवय ! अऊ हमर फ़र्ज़ घलो होना चाही कि हमर बताये ज्ञान कखरो काम आवय ! का पता के ओला पता रहिस होही कोई बारे में, जेन ला आप बता देव तो ओला पता होगे ! इही ला तो ज्ञान कईथें गा संगवारी, जेन हा इंहा मिल सकथे ! अऊर आप मन ला भी कुछ तो पता चल जाही, जेन हा पता नई रिहिस होही !    

 

इंहा आप अपन संगवारी छत्तीसगढ़िया संग गोठ-बात कर सकथव, कुछु बारे कुछु पूछना होही ता पूछ सकथव, आप चाहो ता आप अपन सुझाव दे सकथव कि ये हमर वेबसाइट म अऊ का-का डालना चाही जेन हा लोगन मन के मन ला भावय. ऊ मन ला निक लागय ! अऊ हां संगवारी हो दुई अर्थी (दू अर्थ वाले) शब्द के उपयोग जादा झन करय करव काबर कि ये जेन शब्द हरय, अपनेच तीर म मजाक बर ठीक रईथे, फेर कखरो मजाक बनाना भी ठीक नई होए न ! त बस होगे अब ये वेबसाईट के मज़ा लव,  देखव अऊ देखाव कि कोन मेर का हे !

 

            आस करथँव के ये वेबसाइट म जेन भी सामाग्री हे, ओहर आप मन बर लाभदायक होही, चाहे वो पढ़े-लिखे के रहय, चाहे सोंचे-समझे के रहय, चाहे जाने-पहचाने के रहय ! जो भी मिलही कुछु न कुछु सीखे बर मिलही सिखाये बर मिलही, ज्ञान बढ़ाये  बर मिलही ! ज्ञान तो बढ़ही फेर घटय नहीं ! अऊ ये तो आप मन के मरजी हे जी, कि कब कहाँ ले का सिखथव !

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