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आप मन सुनथव कार्यक्रम गाँव के संगवारी.........
अऊ आप सबो झन तो जानतेच हव के ये कार्यक्रम कईसन कार्यक्रम रथे-
ये हमर कार्यक्रम जेन हे ये ऐसन कार्यक्रम आय जेन में अपन छत्तीसगढ़ी
आज के ये कार्यक्रम मा आप मन ला सुनाबो
Wednesday, 24 August 2022
Monday, 22 August 2022
मेरे विचार चित्र _ नवनीत चंद्रवंशी
मेरे लिए ये बात मायने नहीं रखती...
कि मैं दूसरों की नज़र में कैसा हूँ... ??
बात...ये मायने रखती है...
कि मैं, अपनी नज़र में कैसा हूँ !!
मेरे अतीत ने मुझे सिखाया
कि मुझे
कैसी बातें करनी हैं...
अपनों से, दूसरों से,
और ख़ुद से ।
गलती मोर निकल जाये, अइसन मैंय करंव नहीं ।
गलती जब नई हे मोर, तो कखरो बाप ले डरंव नहीं ।।
_ नवनीत चंद्रवंशी
मेरे विचार _ नवनीत चंद्रवंशी
मेरे विचार
मैं हर एक बात पे कोई बात लिखना नहीं चाहता ।
चाहत बस इतनी-सी है कि बातों ही बातों में,
मैं अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकूँ ।
मेरे लिए ये बात मायने नहीं रखती...
कि मैं दूसरों की नज़र में कैसा हूँ... ??
बात...ये मायने रखती है...
कि मैं, अपनी नज़र में कैसा हूँ !!
बातें भली ही छोटी हों,
लेकिन उसके पीछे की सोंच... बड़ी होनी चाहिए ।
शख्शियत लेने की नहीं, देने की बनानी चाहिए ।
कोई सीख देता है तो कोई सीखा देता है । दुनिया की हर एक चीज़ कुछ न कुछ ज़रूर सिखाती है । ये आपके ऊपर है कि आप क्या सीखते हो ।
'सोंच' और 'सोंचने वाला' दोनो ही अच्छे-बुरे हो सकते हैं ।
अग़र कहीं लगे कि हमें किसी के सहारे की ज़रूरत नहीं है,
तो हमें ये करना चाहिए...कि हम किसी दूसरे का सहारा बनें ।
जलन होनी चाहिये ये ज़रूरी भी है । लेकिन जलन दूसरों के प्रति नहीं, दूसरों के किये अच्छे कार्य के प्रति । ताकि आप भी कुछ अच्छा कर सकें ।
I think अच्छा होना अच्छी बात है और बुरा होना बुरी । पर कभी कभी ये भी लगता है कि अच्छा होना बुरी बात है और बुरा होना अच्छी ।
जब तक आप अपना Talent दूसरों को दिखाओगे नहीं, तब तक कोई भी आपको Talented समझेगा ही नहीं ।
दोस्त तो दोस्त होते है चाहे अच्छे हों या बुरे । ये तो अपनी सोंच पर निर्भर करता है, कि वह दोस्त कैसा है !
इंसान धन से धनवान हो या ना हो, किन्तु मन से धनवान होना चाहिए ।
लोग success पाने के लिए success story पढ़ते हैं, failure story नहीं । जबकि आपको चाहिए कि आप दोनों पढें ।
जब तक आप किसी के बारे में अच्छा नहीं सोंचोगे, तब तक आप भी ये मत सोंचिये कि वो भी आपके बारे में अच्छा ही सोंचेगा ।
हर काम अच्छा या बुरा हो सकता है । ये तो कहने वाले की सोंच है, कि किस काम को क्या कहेगा ।
कोई कुछ करे या ना करे, कुछ ना कुछ ज़रूर बन जाता है ।
सोंच ऐसी होनी चाहिए, जो दूसरों को सोंचने पे मज़बूर करे ।
सोंचने के लिए तो कोई भी, कभी भी, कुछ भी सोंच लेता है । पर अच्छी सोंच हर किसी के सोंच में नहीं आती ।
दूसरों की सोंच से एक नयी सोंच... सोंच लेना । अपने आप में ही एक अच्छी सोंच है ।
हमें छोटी छोटी बातों में ज्यादा बातें कहने चाहिए ना कि छोटी छोटी बातों के लिए ज्यादा बातें ।
इस दुनिया में...कई लोग ऐसे होते हैं, जो आपसे बेहतर होते हैं । ...और कई लोग ऐसे होते हैं जिनसे आप बेहतर होते हैं ।
वास्तविकता (Reality) हर किसी को अच्छी नहीं लगती ।
हाँ.. कल्पना (imagination) सबको अच्छी लग सकती है ।
मुस्कानें...झूठी हो या सच्ची हमेशा अच्छी लगती हैं ।
उनके चेहरे पर, जो हमें अच्छे लगते हैं ।
अगर हम कुछ कहते हैं किसी बारे में तो वही बात हम हर परिस्थिति और समय में नहीं कह सकते ।
कितनों को आप follow करोगे..? कुछ ऐसा करो कि लोग आपको follow करें ।
मरने के लिए तो कई बहाने मिल जाएंगे,
अच्छा ये हो कि ज़िन्दगी जीने के बहाने ढूंढे जायें ।
अगर कोई व्यक्ति आपके expectations के according कुछ करे, तो आप ख़ुश हो जाते हो ।
दूसरे का गुस्सा किसी तीसरे पे निकालना अच्छी बात नहीं ।
हम कभी-कभी अपने आप को बहुत ज्यादा ही अकेला और तन्हा महसूस करते हैं ।
जबकि सोंचे तो हम कभी भी अकेले नहीं होते, कोई ना कोई हमारे साथ होता ही है हमेशा ।
अगर मैं किसी को पढ़ने लिखने के लिये सलाह दूँ, और वो कहे की इनमें से कोई एक बताओ । तो मैं कहूँगा कि तुम पढ़ लो । क्योंकि लिखने से लिखावट सुधरेगी और पढ़ने से विचार बदलेंगे ।
हमें दूसरों की गलतियाँ देखने से पहले स्वयं की गलतियाँ देखनी चाहिऐ , कि हमनें कब, कहाँ और क्या गलती की या कर रहे हैं ।
दर्द पे काबू पाने के ये तरीके हो सकते हैं - या तो दर्द को भूल जाओ या दर्द देने वाले को ।
I think अच्छा होना अच्छी बात है और बुरा होना बुरी । पर कभी कभी ये भी लगता है कि अच्छा होना बुरी बात है और बुरा होना अच्छी ।
Doubts and Confusion ऐसे दो शब्द हैं, जो किसी भी रिश्ते में दरार डालने के लिए काफ़ी हैं । इन्हें जितनी जल्दी हो सके clear कर लेनी चाहिए ।
अपनी लाचारी पे दुख तो होता ही है, पर दुख बहुत ज्यादा तब हो जाता है जब अपनी लाचारी पे लोग ताना कसते हैं ।
अगर आप चाहते हैं कि आप successful person बनें, तो आपको चाहिए कि आप स्वयं पर ध्यान दें । ये ना देखें कि कौन क्या कर रहा है ? ये देखें कि मैं (स्वयं) क्या कर रहा हूँ successful बनने के लिए ।
उम्मीद की वो बेबाक़ किरणें.. जो मन को ऊर्जा से प्रकाशित कर देते हैं, हमें उन्हें ढूँढने चाहिए !
जो छुपे हैं... हमारे अन्दर ही कहीं ।
हमें कभी-कभी खुद का भी मज़ाक लेना चाहिए, इससे पहले की दूसरे आपका मज़ाक बना दें !
Self Discipline
कमाल होती है।
Discipline
दूसरे कराना चाहे तो मज़बूरी लगती है,
अगर हम खुद के लिए करें तो एक जुनून सा लगता है ।
सभी प्रशंसा चाहते हैं, सम्मान चाहते हैं ।
कोई ये नहीं चाहता कि उनकी आलोचना हो, अपमान हो । और ये सब उनके किये कार्य के अनुरूप ही मिलते हैं ।
गलती करने वाले ज्यादा डरते हैं...गलती ना करने वाले कम डरते हैं...
और जो गलती करके मान भी ले....
वो तो डरते ही नहीं हैं भाई मेरे !
"चाहत कभी खत्म नहीं होती, बस रूप बदलती रहती है ।"
ये बात मायने नहीं रखती कि आप कितनों को जानते हैं ?
बल्कि ये बात मायने रखती है कि आपको कितने जानते हैं ?
"Feelings" बदलते देर नहीं लगती ।
और इस changes को trigger करता है, हमारी thinking.
समझदार बनो -
सिर्फ समझने के लिए नहीं...
समझाने के लिए भी !
सिर्फ उसकी सूरत से ही नही....
सीरत से भी होती है !
गलती मोर निकल जाये, अइसन मैंय करंव नहीं ।
गलती जब नई हे मोर, तो कखरो बाप ले डरंव नहीं ।।
खामोशियाँ...
अक्सर ही कुछ कहती हैं !
मेरे अतीत ने मुझे सिखाया
कि मुझे
कैसी बातें करनी हैं...
अपनों से, दूसरों से,
और ख़ुद से ।
कुछ लोगों की खामोशी,
अक़्सर ही कुछ बोल जाती हैं !
"नज़र बदलने की ज़रूरत नहीं है...
सिर्फ़ नज़रिया बदलो यारों !!"
ज़िन्दगी के कांटे चुभते ही रहते हैं,
निकालना सीखिये..!!
क्योंकि...फूलों से ज्यादा काँटे,
मिलते ही रहते हैं, ज़िन्दगी में..!!
- नवनीत चंद्रवंशी
Saturday, 20 August 2022
सोंच _ एक विचार - नवनीत चंद्रवंशी
मैं उसके बारे में सोंच के खुश हो जाता हूँ...
कि वो 'मेरे बारे में सोंचती है' !!
😍😜😎
रसगुल्ले की तरह,
बहुत मीठी होती हैं ।
कुछ अच्छी, कुछ सच्ची,
कुछ झूठी होती हैं ।
मग़र क्या करें...?
"हम भी होते हैं तुम्हारे,
और बातें भी तुम्हारी ।"
मैं हर एक बात पे कोई बात लिखना नहीं चाहता ।
चाहत बस इतनी-सी है कि बातों ही बातों में,
मैं अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकूँ ।
काश ! तू मेरी होती....
ख़ुदा से बस एक ही गुज़ारिश है !
चाहे सावन की हो, या मेरी आँखों की,
... बस तू ही मेरी बारिश है !!
मैंय गवईया तोर गीत के गोरी,
तैंय तो बसे हा संगीत रे ।
तोरे ले हावे हार-जीत रे संगी,
तहीं तो हावस मोर मीत रे ।।
🌺😍🌺
"तोर बर कखरो गोड़ टोर देहूं,
तोर बर कखरो मुड़ी फोर देहूं ।
तैंय मोला कूकरी साग माँगबे न,
त मैंय तोला अबगा झोर देहूं ।।"
😜😜😜
प्यार की राहें कुछ इस तरह थीं हमारी
साथ चले तो थे, पर रस्ते अलग हो गये ।
और शायद मंज़िल भी एक थी हमारी
रस्तों के साथ दिल फिर से जुड़ गये ।।
क़ाश मुझे खुश होना आ जाये,
चैन की नींद सोना आ जाये !
खुशियाँ ही खुशियाँ बटोरता फिरूँ मैं,
और दु:खों को खोना आ जाये !!
तेरे संग दुनिया बसाने की सोंची है मैंने,
तुझे ज़िन्दगी अपनी, बनाने की सोंची है मैंने ।
नन्हे, चहकते, महकते, फूल खिले बगिया में,
ऐसी प्यारी बगिया, सजाने की सोंची है मैंने ।।
आओ ना मेरे साथ, साथ चलें,
थोड़ी ही सही, कुछ बात तो करें ।
शायद फिर कभी मिलना हो, ना हो,
छोटी ही सही, एक मुलाकात तो करें ।।
तू इतनी खूबसूरत है,
कि मैं बता नहीं सकता ।
और तुझसे प्यार मुझे इतना है,
कि मैं जता नहीं सकता ।।
ज़िंदगी बन गयी हो तुम मेरी,
और मैं अपनी ज़िंदगी बर्बाद नहीं कर सकता ।
तुम्हें पाकर , कुछ लगा है ऐसे,
जैसे मुझे, मेरी ज़िंदगी मिल गयी ।
चाहत है मेरी, तुझे दिल मे बसाने की,
फिर परवाह नहीं मुझे, दुश्मन ज़माने की ।
होगी कोशिश मेरी, तेरे मन मे समाने की,
बन जाऊँ मैं तेरा, तुझे अपना बनाने की ।।
"आज मैंने तुझे अपने दिल में ढूँढा...
तुम नहीं मिली ।
फिर मैंने सोंचा...
कहीं तुम मेरा दिल छोड़कर...
किसी और के दिल में तो नहीं बस गयी ?"
किसी ने मेरा दिल तोड़ा... तो किसी ने मेरा दिल जोड़ा ।
अब खुद तोड़ना चाहता हूँ... तो कमबख़्त टूटता ही नहीं ।।
😜
वो तो हमें अपने दिल का किरायेदार ही समझते थे...
खामखाह हम ही उसे अपना मकान समझ बैठे !!
पर मेरे पास...
कोई शायरी ना थी ।
फिर...
तुम आयी मेरी जिंदगी में..!!
😍
एक झलक काफी है
सनम
तेरे दीदार के !
प्यार भरा मौसम,
आया हो जैसे
बहार के !!
मोर दिल बेकरार हे तोर बर,
नई जानव मैंय...
कतका प्यार हे तोला मोर बर ?
मैंय तो बस अतके जानव,
कि तैंय बने हस मोर बर...
अऊ मैंय बने हंव तोर बर !!
"तैंय मोला भुला दे हावस,
मैंय तोला भुलाये के जतन करथंव ।
तोर इही चक्कर मे रे टूरी,
ना मैंय जीयत हंव ना मरत हंव ।।"
😜😍😎
"मन मोर कहिथे मोला,
तोला हिरदे मा बसालंव ।
मांग म सेंदूर सजाके,
अपन जिनगी बनालंव ।।
💞❣️💞
आके बईठ न मोर तीर,
कुछु बताना हे तोला ।
मन के बात कहि हंव,
झन दुरिहा न मोला ।।
होती नहीं है !
समझनी पड़ती है
कि दर्द की दवा है ।
जैसे मेरे
दर्द-ए-दिल की दवा
तुम हो !
😜😍😜
मया के बरसा अइसे बरसा दे,
के भींग जाये मन मोर ।
मंजूर जइसन नाचत रहय,
होके पिरीत म सराबोर ।।
अक्सर अकेले बैठकर
सोंचता हूँ मैं ...
कि तुम बिन ये ज़िन्दगी...
कितनी अधूरी और तन्हा थी !
अब तक ज़िन्दगी को पलट के नहीं देखा था मैंने कभी,
पता नहीं कैसे ? ज़िन्दगी ने मेरी ओर फिर से रुख़ कर लिया !
- नवनीत चंद्रवंशी
सोंच_एक विचार - नवनीत चंद्रवंशी
कोई कुछ करे या ना करे,
कुछ न कुछ ज़रूर बन जाता है !!
मैं हर एक बात पे कोई बात लिखना नहीं चाहता ।
चाहत बस इतनी-सी है कि बातों ही बातों में,
मैं अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकूँ ।
इतना तो अच्छे से
समझ आ गया है मुझे,
अग़र मैं...उससे बहुत कम हूँ,
तो उसकी नज़रों में मैं कुछ भी नहीं ।
अग़र मैं...उससे बहुत ज्यादा हूँ,
तो उसकी नज़रों में
मेरी इज़्ज़त बढ़ जाती है ।
😎
"शराफ़त का फायदा
लगभग सब ने उठाया है मेरी ।
जिस दिन मैं बदमाशी करने में आ गया ना..,
समझो उस दिन से
बदमाशों का बादशाह बन गया ।"
मेरे लिए ये बात मायने नहीं रखती...
कि मैं दूसरों की नज़र में कैसा हूँ... ??
बात...ये मायने रखती है...
कि मैं, अपनी नज़र में कैसा हूँ !!
बातें भली ही छोटी हों,
लेकिन उसके पीछे की सोंच... बड़ी होनी चाहिए ।
समझदार बनो -
सिर्फ समझने के लिए नहीं...
समझाने के लिए भी !
सिर्फ उसकी सूरत से ही नही....
सीरत से भी होती है !
गलती मोर निकल जाये, अइसन मैंय करंव नहीं ।
गलती जब नई हे मोर, तो कखरो बाप ले डरंव नहीं ।।
खामोशियाँ...
अक्सर ही कुछ कहती हैं !
मेरे अतीत ने मुझे सिखाया
कि मुझे
कैसी बातें करनी हैं...
अपनों से, दूसरों से,
और ख़ुद से ।
कुछ लोगों की खामोशी,
अक़्सर ही कुछ बोल जाती हैं !
"नज़र बदलने की ज़रूरत नहीं है...
सिर्फ़ नज़रिया बदलो यारों !!"
- नवनीत चंद्रवंशी
Friday, 19 August 2022
माँ_बाप / नवनीत चंद्रवंशी
जो हमारी खुशी के लिए अपनी खुशी त्याग देते हैं । जिन्हें हमारी खुशी में अपनी खुशी महसूस होती है । जिन्हें कई बार हमारी वजह से परेशान होना पड़ता है, फिर भी उनके चेहरे में थोड़ी भी शिकन, थोड़ी-सी भी परेशानी नही झलकती । हमेशा मुस्कुराते हुए हमें प्यार-दुलार बांटते रहते हैं । कभी-कभी गुस्से में डाँट भी देते हैं, लेकिन उनके गुस्से में भी प्यार झलकता है ।
Note:-
"mai apne maa-baap ke liye Duniya
chhodh sakta hoon, maa-baap nahin."
Warning:-
"Agar meri shadi hui aur wo mujhe
kahe ki apne maa-baap ko chhodh do,
to mai chhodh doonga.
Maa-Baap ko nahin, Biwi ko."😜
चले आबे चले आबे / बालकुमार पटेल
चले आबे चले आबे चले आबे वो
चले आबे चले आबे चले आबे ना ..२
रस्ता देखत रइहौं तोला संझा के बेरा ..२
तोरे खातिर डारे हावव गोरी मैंहा डेरा। ...२
चले आबे चले आबे ......२
संझा बिहिनिया तैं आबे गोरी वो
दिल ला कर ले तैंहा चोरी वो .. २
तोरे खातिर मैंहा गोरी अन्न नई खांवव
मोला बतादे गोरी कहाँ मैंहा जावव ..२
चले आबे चले आबे ......२
धोखा देके तैंहा गोरी बईहा झन बनाबे
बईहा बनाके गोरी काला तैंहा पाबे ...२
तोरे प्यार में मैंहा गोरी बनगेव दीवाना
धूरिहा धुरिहा जाथस काबर तीर मा थोकिन आना ... २
चले आबे चले आबे ......२
वादा ला सुनले गोरी अपन बनाहुँ
हरदी के रंग मा तोला वो रंगाहुँ ... २
सपना मा तोला गोरी अपन बनाथंव
एके झन रात के तोरे आरो पाथंव ....२
चले आबे चले आबे ......२
- बालकुमार पटेल
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